*बिलारी चीनी मिल के प्रबंध तंत्र और महाप्रबंधक पर मुकदमा दर्ज  खरीद रहे थे  अवैध रूप से गन्ना

*बिलारी चीनी मिल के प्रबंध तंत्र और महाप्रबंधक पर मुकदमा दर्ज  खरीद रहे थे  अवैध रूप से गन्ना* (कृन)
 आखिरकार चीनी मिलों द्वारा दूसरी चीनी मिल के क्षेत्र से अवैध गन्ने की खरीद फरोख्त के आरोपो पर उस समय मुहर लग गई जब मुरादाबाद के बिलारी स्थित राणा ग्रुप की चीनी मील, श्री लक्ष्मी जी शुगर मिल कंपनी लिमिटेड के मिल प्रबंधन, महाप्रबंधक गन्ना एवं 7 अन्य के विरुद्ध विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
अवैध रूप से तौल कांटे लगाकर गन्ने की खरीद किए जाने पर मुरादाबाद की बिलारी शुगर मिल प्रबंधन सहित कई लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।
मोरना शुगर मिल के प्रधान प्रबंधक एचवी कौशिक ने भोपा थाने में तहरीर दी, जिस पर मुकदमा लिखा गया।
 उल्लेखनीय है कि कुछ दिन पूर्व मुजफ्फरनगर के जिला गन्ना अधिकारी ने मोरना-बिहारगढ़ मार्ग पर 2 प्लॉटों के अंदर अवैध गन्ना पकड़ा था। वहां अवैध तौल कांटे लगाकर गन्ना खरीदा जा रहा था। 
उक्त गन्ने को लोडर से दो ट्रकों में लादा जा रहा था जांच टीम को देखकर वहां उपस्थित लोग भाग गए थे।
वहां कुल 1382 कुंतल अवैध गन्ना पकड़ा गया था।
 जिसके बारे में जानकारी मिली थी कि वह गन्ना मुरादाबाद की बिलारी चीनी मिल अवैध खरीद-फरोख्त कर मुरादाबाद मंगाती है।
 इस बात की जांच बिलारी शुगर मिल मुरादाबाद के जिला गन्ना अधिकारी द्वारा गन्ना आयुक्त भुसरेडी के कहने पर कराई गई।
 जिसमें बिलारी मिल के अंदर भी 700 कुंतल गन्ना अवैध रूप से मिला जिसके बारे में कोई जानकारी मिल नही दे पाई।
 जिसके बाद आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955 की धारा 3/7 के साथ यूपी वैक्यूम पेन शुगर फैक्ट्री लाइसेंस इन ऑर्डर 1969 के तहत बिलारी शुगर मिल के मिल प्रबंधन, महाप्रबंधक गन्ना राजू तोमर, के साथ मुजफ्फरनगर के विपिन कुमार गांव ककराला, इसरत गांव ककराला, महक सिंह पूर्व प्रधान मोरना, अरविंद मोरना, शहजाद चोरावाला के विरुद्ध मुजफ्फरनगर के भोपा थाने में प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज कराई गई है।
 गन्ना आयुक्त संजय आर  भुसरेडी की और से गन्ना विभाग, लखनऊ ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा है कि किसी भी प्रकार माफियाओं पर शिकंजा कसा जाएगा और गन्ने की अवैध खरीद-फरोख्त नहीं होने दी जाएगी।
 उल्लेखनीय है कि बहुत से गन्ना किसान चीनी मिलों पर पर्ची ना आने के चलते सो डेड सो रुपए कम कीमत पर गन्ना माफिया को गन्ना बेच देते हैं।
जिसे गन्ना माफिया अलग-अलग क्षेत्रों की चीनी मिलों को बेचते है।
वहीं यह भी उल्लेखनीय है कि इस अवैध रूप से खरीदे जाने वाले गन्ने से बनने वाली चीनी को अवैध रूप से बेचकर बड़े स्तर पर एक्साइज ड्यूटी की चोरी भी करती हैं।
इस प्रकरण को पकड़ने में मुजफ्फरनगर के जिला गन्ना अधिकारी की भी महती भूमिका है जो किसी भी तरह दबाव में नहीं आए हालांकी माफिया और दलालों ने उनके ऊपर बहुत दबाव डालने का प्रयास किया।